हार्दिक पांड्या बायोग्राफी :इन हिंदी,एजुकेशन,क्रिकेटर बनने का सफर,पांड्या के बड़े भाई,पांड्या फैमली, पांड्या गर्लफ्रैंड,जीवन परिचय के बारे में ।
Hardik Pandya Biography in hindi । हार्दिक पांड्या की जिबनि परिचय हिंदी में (2020)
हार्दिक पांड्या फ़ोटो |
आजा हम भारतीय क्रिकेट दल का आत्मविश्वास भरा सिक्सर किंग और बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बराबर की महारत हासिल करने बल ऑलराउंडर क्रिकेटर हार्दिक पांड्या की जीवनी संघर्ष के बारे में जानेंगे । हार्दिक पांड्या एक एसा प्लेयर है जो गांव का फील्ड में खेल खेल के आज भारत का इंटरनेशनल दल में अपनी दम से जगह बना चुकी है । उस के एक ऐसा भी समय था जब वह अपने दोस्तों के साथ अपने गांव के पास होने वाली स्थानीय टूर्नामेंट खेलने कीलिए ट्रक के डाला में जाते थे । पर आज हार्दिक पांड्या ने टीम इंडिया के लिए अपने दम पर मैच विनर के रूप में भरोसा जोग्य प्लेयर बन चुकी हैं । फील्ड में बराबर के आत्मविश्वास से ताबड़ तद बलेबाजी से हार्दिक पांड्या ने ओने मैन आर्मी के तरफ मैदान पर गेंद को हवा से बात कराने में पांड्या का कोई सानी नहीं ।
हार्डिक पांड्य जन्मस्थान(hardik pandya birthplace)
हार्दिक हिमांशु पांड्या (उसके निक नेम हेरि) की जन्म 11 अक्टूबर 1993 गुजरात के सूरत में एक मिडल क्लास परिवार में हुआ था । उसके पिता के नाम हिमांशु पांड्या जो पहले सूरत में छोटी से बुसनेस्स करते थे और उसके माता के नाम नलिनी पांड्या जो एक होम मेकर है ओर उसके एक बड़े भाई भी है जिसका नाम कुणाल पंड्या बह भी एक क्रिकेटर है । पंड्या के पिता क्रिकेट खेल के एक बहुत बड़ी प्रशंसकों थी । उसके पिता ने अक्सर बच्चपन के समय से हार्दिक को क्रिकेट मैच दिखाने किलिए अपने साथ स्टेडियम लेते थे ।
हार्दिक ने अपनी पढ़ाई MK हाइ स्कूल में आरम्भ किया । लेकिन पढ़ाई लिखाई करने में बिलखुल रुचि नहीं होता था ओर उसे स्कूल जाने का मन बहुत कम लगती थी । इसी बजह से बह नौवीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी और आगे नहीं पढ़ पाए ओर आगे एक ही सपना दिखता था कि भारतीयों क्रिकेट टीम का स्टार बन ने का । हार्दिक अपने सपनों को साकार करने के लिए क्रिकेट खेलने पर ध्यान ज्यादा देती रोहे ओर हार्दिक को क्रिकेट में लाइफ बनाने किलिए संघर्ष लंबा था लेकिन सफलता बी आस पास थी । आइए जानते है आगे हार्दिक पांड्या संघर्ष के बारे में ।
- हार्दिक पांड्या की क्रिकेट जिबनि की सफ़र । Hardik pandya cricketer बन ने का स्टोरी
जब हार्दिक के परिवार सूरत में रहते थे तब से हार्दिक ने पढ़ाई लिखाई में कम मन देते रहे और क्रिकेट खेलों में ज्यादा समय बिताते थे । उसी समय से हीं हार्दिक ने क्रिकेट में वह अपने आप को साबित करने के लिए संघर्ष करना सुरु करदिया । उसी समय में उसके परिवार में आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं था और उसके परिवार में कमाने बाले उसके पिताजी हीं थे उसी बजसे उसके पास खेलने के लिए एक अच्छी जूते नहीं थी और नहीं एक अच्छा बैट था । उसी ओभाब के अंदर फिर भी खेलते रहे और बह उसी समय में बहुत अच्छी खेलते थे उसी बजसे गाँव के पास होने बाले टूर्नामेंट में किसी बी टीम किलिए खेलतें थे तो उसे कुछ पैसे मैच के वाद में मिल जाती थी और उसी पैसे से बह अपने क्रिकेट के जरूरत सामान खोरीद लेते थे । बाद में उसके पिताजी ने हार्दिक का क्रिकेट खेल में भविष्य देखकर बह अपने गाँव सूरत से बरोदा शिफ्ट होने का मन बना लिया ।
उसके पिताजी ने हार्दिक को बरोदा के किरण मोरे खेल अकैडमी में एडमिशन दिलवा दिया ओर इसके बाद से क्रिकेट पर पूरा ध्यान देने के लिए उन्होंने स्कूल छोड़ दिया पढ़ाई का बोझ कंधों से पूरी तरह से उतर जाने के बाद हार्दिक ने दिन-रात क्रिकेट की प्रेक्टिस करने लगे रहे और जूनियर लेवल खेल पर हार्दिक ने कई मुकाबले अपने अकेले के दम पर टीम को जीत दिला दिया और अपने शानदार बलेबाज एवं गेंदबाज प्रदर्शन के दम पर बहुत जल्दी ही वह बड़ोदरा क्रिकेट टीम में शामिल हो गए हार्दिक के साथ अक्सर ऐसा हुआ करता था कि क्रिकेट मैच खत्म होने के बाद हार्दिक के पिता दूसरे माता-पिता से कह देते थे कि वह हार्दिक को उनके घर तक अपनी कार में लाने किलिए । कुछ दिनों तक ऐसा चलते रहे लेकिन कुछ दिनों के बाद में हार्दिक ने मिलकर अपने पिता से कहा कि पापा हमें किसी की सहानुभूति नहीं चाहिए में यह नहीं चाहते कि आने वाली दिनों में कोई बी लोगा आकर आपसे यह कहे कि हमने तुम्हारे बच्चों को यह मुकाम हासिल करके दिया है ।
हार्दिक के परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी बी नहीं थी फिर बी हार्दिक के पिता ने आपने बेटे को खेलने किलिए आने जाने करने किलिए लोन पर एक कार ले लिया । कार की ईएमआई ₹10000 रुपये महीना देना पोडता था । कुछ दिन के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गई थी ओर परिवार में इकलौते कमाई करने वाली सदस्य उनके पिता को अचानक दिल का दौरा आ गया ओर इस बीमारी में चलते उनकी सारी जमा पूंजी उनके इलाज में लग गई और लोन पर ली हुई कार की किस्ती भी हार्दिक नहीं भर पा रहे थे । कार को बैंक वाले ना ले जाए इसलिए उन्होंने 2 साल तक अपनी कार को छुपा कर रखा जिसके बाद बैंक ने उन्हें धोखा बाज घोषित कर दिया था । हार्दिक पांड्या अपने संघर्ष के इन तीन सालों में पांच से 10 रुपये तक बचा पाना हार्दिक के लिए बहुत मुश्किल काम बन गया था । उसी बजसे हार्दिक और कुणाल पांड्या लोकाल टीम के लिए पैसे लेकर मैच खेलने लगे और हर मैच कि वह 400 से 500 रुपये लेने लगी और तब जाकर उनका घर चल पारा था ।
हार्दिक पांड्या को क्रिकेट खेल कर पैसा कमाई करने का एकमात्र जरिया बन गया था । ऐसे में हार्दिक पांड्या ने अपनी बेहतरीन खेल दिखाते हुए सबकी नजरें अपने तरफ खिंचा ओर 2013-14 सय्यद मुस्ताक अली टूर्नामेंट में बरोदा के टीम से खेलते हुए पंड्या ने अपने जबरदस्त प्रदर्शन से टीम को टूर्नामेंट का जीत दिलबा दिया । इस के बाद हार्दिक पांड्या ने सभी सेलेक्टर का ध्यान अपने तरफ खिंचा । इस टूर्नामेंट में हार्दिक का प्रदर्शन को मुम्बई इंडियन टीम के कच जॉन राइट ने बहुत ज्यादा प्रोभाहीत होगये ओर हार्दिक के दूसरे मैच बी देखने किलिए गए ओर उसके बाद हार्दिक पांड्या की किस्मत ने सय्यद मुस्ताक ओली टूर्नामेंट के बाद यू-टर्न लिया । उसी प्रदर्शन के दम पर 2014 के आईपीएल ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पांड्या को 10 लाख रुपये में खरीद लिया ओर अपनी पहले हीं मैच में RCB के खिलाफ सेकंड बॉल को सिक्स लोगा दिया लेकिन उसके टेलेन्ट की ओसलि पेहेचान तब हुई जब चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 8 गेंदो में 21 रन की तेज पारी खेली उसके साथ उसी मैच में तीन कैच भी लिया जिसके कारण मैन ऑफ दा मैच चुना गया ।
तब क्रिकेट के भगवान केहे जाने बाले सचिन तेंदुलकर ने हार्दिक पांड्या की खेल को देखते हुए इतनी प्रोभाहित हुए ओर हार्दिक को बोल दिया कि तुम एक या ड़ेढ़ साल के अन्दर भारोतीय टीम किलिए जरूर खेलोगे ओर सचिन तेंदुलकर के इस भोबिस्य बाणी बहुत जल्द पूरा हो गये । उसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा ओर हार्दिक पांड्या ने अपना पेहेली ओडीआई 16 अक्टूबर 2016 को न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू किया जो कि हिमाचल प्रदेश में हुआ था ओर उसी मैच में 3 विकेट लेकर टीम को जिताने का साथ दिया था । हार्दिक ने अपने पेहेली टेस्ट मैच 26 जुलाई 2017 को श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था और पेहेली इंटरनेशनल T20 मैच 26 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू किया था ओर उसके इलाबा 18 जून 2017 के चैंपियन ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ 43 बॉल में 76 रन के खेली हुई पारी को कन भूल सकता ।
हार्दिक पांड्या ओर कुणाल पांड्या फोटोस |
- हार्दिक पांड्या के बड़े भाई कुणाल पांड्या
हार्दिक पंड्या के बड़े भाई कुणाल पांड्या भी एक पैसेबर आल राउंडर क्रिकेटर है जो बरोदा ओर आईपीएल में मुंबई इंडियन किलिए खेलते हैं ओर बह बी इंडिया टीम में कुछ मैच खेल चुके हैं ।
- Hardik Pandya Girlfriend नताशा
2020 का अप्रैल की नया साल के अबसर पर हार्दिक पांड्या ने खुद के लिए जीवन साथी चुनें की खुशी खबरें उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी सभी प्रोंसोसोक साथ शेयर किया हैन। ओभिनेत्री नताशा स्टैंकोविक को रोमांटिक शैली में रिंग पहनाकर प्रोपोज़ किया था । कुछ दिनों पहले इन दोनों के लेकर सोसिअल मीडिया पर चर्चा चल रही थी लेकिन इस नया साल में दोनों एनगेज होते हुए इस मुद्दे के अंत किया है ।
वह अपने संघर्ष करते हुए कुछ शिक्षा लाभ क्या ओर अभि भारत का एक सफल क्रिकेटर बन चुकी है । अभी और कुछ भी पुरानी दिन का समस्या नहीं हे हार्दिक के लिए । मैच खेलने के लिए नहीं जाना पड़ रहा है ट्रक के डाला में अभी उसके पास लग्जरी कार पड़ा है पर चलाने किलिए समय नहीं हैं और खेल ने किलिए इंटरनेशनल लेवल का सभी क्रिकेट का सामग्री यूज कर रहा है पर अभी तो ये हार्दिक पांड्या के क्रिकेट की कैरियर सुरुआत हो रही है लेकिन उनकी अंदर बह काबिलियत साफ़ दिखाई दे रहि है कि आगे चलकर इतिहास रच सकते। हार्दिक पांड्या को देखा जाए तो एक मिडिल क्लास परिवार में पैदा हुए ओर उनकी परिबार में आर्थिक स्थिति उतनी अच्छे नही थी फिर बी अपनी दम पर क्रिकेटर बनने का लक्ष्य को हासिल किया । आज हम सब हार्दिक पांड्या की संघर्ष भरी कहानी जिससे हमें यह सीख मिलती है कि जिंदेगी का सफर जितना कठिनाइयों से भरा होगा लक्ष्य को हासिल करने के बाद सफलता का मजा भी उतना ही ज्यादा होगा।
यदि आप ये पोस्ट (हार्दिक पांड्या बायोग्राफी) पढ़ने के बाद आपका फ़ेवरिट क्रिकेट प्लेयर जिबनि बारे में कुछ जानने किलिए मिला तो कृपया ये पोस्ट को सोसिअल मीडिया पर शेयर करे । आपका धन्यवाद ।
यदि आप ये पोस्ट (हार्दिक पांड्या बायोग्राफी) पढ़ने के बाद आपका फ़ेवरिट क्रिकेट प्लेयर जिबनि बारे में कुछ जानने किलिए मिला तो कृपया ये पोस्ट को सोसिअल मीडिया पर शेयर करे । आपका धन्यवाद ।
0 टिप्पणियाँ
Please do not any spam link in the comments box